लेखनी प्रतियोगिता -17-Dec-2022 शराब का करो त्याग
शीर्षक-शराब का करो त्याग
लेकर आया जब से शराब,
कर दिया तूने घर तबाह।
होता हमेशा नशे में पागल,
नहीं देखता अपना परिवार।
सब कुछ लगाया दाव पर,
परिवार को कर दिया कंगाल।
रिश्तो नातों से हुई तकरार,
जिंदगी हो गई बेहाल।
शराब दिखा रहा है मौत की राह,
पहुंच जाएगा तू श्मशान घाट।
बीमारियां हो जाएंगी लाख,
पछतावे के अलावा कुछ ना रहेगा हाथ।
जान बूझकर करते अपराध,
अपने मान का करते अपमान।
लो सभी प्रण आज,
मदिरा का करें त्याग।
जो करे परिवार में कलह,
कर दो उसको अलग।
त्याग कर दो ऐसा नशा,
जो परिवार से करे जुदा।
लेखिका
प्रियंका भूतड़ा
Sachin dev
18-Dec-2022 01:26 PM
Lajavab 🌺
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Punam verma
18-Dec-2022 09:42 AM
Very nice
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Abhinav ji
18-Dec-2022 09:05 AM
Very nice👍👍👍
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